एसआईटी के सामने आया 40 रुपये में 400 एमएल स्प्रीट की बाटल से 2 लीटर शराब बनाने वालों की करतूत,जहरीली शराब से 13 मजदूरों की मौत के मामले में जांच पूर्ण सोमवार को रिपोर्ट राज्य सरकार के सामने होगी
उज्जैन,17 अक्टूबर (इ खबर टुडे/ ब्रजेश परमार )। 14-15 अक्टुबर को उज्जैन के चार थाना क्षेत्रों में डिनेचर स्प्रीट पीने वाले 13 मजदूरों की मौत हुई है।अकेले खाराकुंआ थाना क्षेत्र में 6 मजदूरों की मौत हुई है वहां पिछले 3 वर्षों में पुलिस ने झिंझर का एक भी प्रकरण दर्ज नहीं किया । खाराकुआं पुलिस ने वर्ष 2018 में 3, वर्ष 2019 में 2 और वर्ष 2020 में 1 अवैध शराब का प्रकरण दर्ज किया है। इनमें स्प्रीट से बनी झिंझर पकडऩे का एक भी प्रकरण नहीं है।एसआईटी प्रमुख डा.राजौरा के अनुसार सोमवार को रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी जाएगी।
एसआईटी जांच के लिए आए राज्य स्तरीय दल प्रमुख अपर मुख्य सचिव गृह डा.राजेश राजोरा एवं समिति सदस्य अतिरिक्त महानिदेशक एस के झा,उप पुलिस महानिरीक्षक रतलाम सुशांत सक्सेना के सामने जांच के दौरान यह बात सामने आई है। जांच के दौरान टीम को बताया गया कि 40 रुपये में 400 एमएल स्प्रीट की बाटल बाजार में मिलती है जिसमें 1600 एमएल पानी मिलाया जाता है। इस प्रकार कुल 2000 एमएल झिंझर तैयार कर 20 रुपये, 30 रुपये और 50 रुपये की पोटली के नाम से इसका विक्रय किया गया। एसआईटी छत्री चौक नगर निगम के पुराने भवन की दूसरी मंजिल स्थित कमरे में अधिकारी जांच करने पहुंचे। यहां टीम को जानकारी दी गई की इस भवन का विवाद कोर्ट में विचाराधीन है। यहां का वाहन स्टेण्ड ठेके पर संचालित होता है। यहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। घटना कब हुई और पहली सूचना कब सामने आई इस मुद्दे पर बताया गया कि बुधवार सुबह 10.14 बजे छत्रीचौक में अज्ञात मजदूर की मौत की सूचना मिली। इसके बाद दूसरी बॉडी की सूचना प्राप्त हुई।इसके बाद मरने वालों की संख्या बढती गई। मृतक के परिजनों और छत्रीचौक सराय के मजदूरों से पूछताछ पर पता चला कि मृतक झिंझर पीने के आदी थे।खाराकुंआ के साथ महाकाल,कोतवाली,जीवाजीगंज थाना क्षेत्र में कुल 13 मजदूरों की मौत डिनेचर स्प्रीट पीने से हुई है।
तीनों आरोपी गिरफ्तार
खाराकुआं पुलिस ने जहरीली शराब झिंझर बनाकर बेचने वाले तीन मुख्य आरोपी सिकंदर, युनूस और फारूक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।एसपी मनोज कुमार सिंह ने तीनों पर 10-10 हजार का ईनाम घोषित किया था, जिनमें से युनूस को गुरूवार रात को आगरा भागते समय पुलिस ने मध्यप्रदेश की सीमा से गिरफ्तार किया था। उसने पूछताछ में बताया था कि 10 दिनों पहले ही झिंझर बेचना शुरू किया था। एएसपी अमरेन्द्रसिंह के अनुसार शेष दो आरोपी नगर निगम अस्थाई कर्मी सिकंदर को भोपाल से और गब्बर को ग्रामीण क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।तीनों पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई है।जीवाजीगंज थाना क्षेत्र स्थित इन तीनों के अवैध मकान तोडे जा रहे हैं।
सिकंदर एवं गब्बर की सेवा समाप्त
जहरीला पेय पदार्थ विक्रय मामले में निगम अस्थाई कर्मचारी सिंकदर पिता अब्दुल वाहीद तथा गब्बर ऊर्फ अब्दुल शकील पिता अब्दुल वहीद का नाम सामने आने पर आयुक्त क्षितिज सिंघल द्वारा उपरोक्त दोनो कर्मचारियों पर तत्काल कार्यवाही करते हुए सेवा समाप्ति के आदेश जारी किये है।थाना खाराकुआं द्वारा पंजीबद्ध रिपोर्ट की विवेचना अंतर्गत सिंकदर पिता अब्दुल वाहीद उम्र 32 साल निवासी मदीना काॅलोनी जूना सोमवारिया एवं गब्बर ऊर्फ अब्दुल शकील पिता अब्दुल वहीद उम्र 40 साल निवासी 40 क्वाटर, जांसापुरा थाना जीवाजीगंज उज्जैन का कृत्य प्रथम दृष्टया अंतर्गत धारा 328, 304, 34 भा.द.वि. घटित करना पाये जाने पर प्रकरण पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया है।उक्त कृत्य कर्मचारी की सेवा आचरण नियमों के विपरीत होने से सिंकदर पिता अब्दुल वाहीद राजस्व विभाग अन्यकर अतिक्रमण गेंग (89 दिवस) एवं श्री गब्बर ऊर्फ अब्दुल शकील पिता वहीद, अस्थाई सफाई कर्मचारी (89 दिवस), स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिक निगम उज्जैन की म.प्र. दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी (सेवा शर्ते) नियम 2013 के नियम 10 के उपनियम (1) के तहत तत्काल प्रभाव से सेवाएं समाप्त की गई।
वाहन पार्किंग ठेका स्थगित
जहरीली शराब पीने से व्यक्तियों की मृत्यू होने के कारण पुलिस विभाग द्वारा प्रचलित की गई प्राथमिक कार्यवाही में पुराना नगर निगम कार्यालय गोपाल मंदिर, छत्रीचौक वाहन पार्किंग स्थल पर संदेहास्पद/आपराधिक गतिविधि पाये जाने के क्रम में आयुक्त ने वाहन पार्किंग स्थल ठेके को तत्काल प्रभाव से अन्य आदेश होने तक के लिये स्थगित करते हुए वाहन पार्किंग स्थल का संचालन हेतु तौफीक खान, गैंग प्रभारी, राजस्व विभाग ( अन्यकर ) को आदेशित किया है।
निलंबित आरक्षकों पर प्रकरण,गिरफ्तारी
एसपी मनोजसिंह ने बताया कि खाराकुंआ थाने के मुख्य प्रकरण में तीनों आरोपियों युनूस,सिकंदर एवं गब्बर के साथ ही आरक्षक नवाज एवं अनवर को भी आरोपी बनाते हुए उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही महाकाल थाने के दो आरक्षक इंद्रविक्रम एवं सुदेश खोंडे को निलंबित किया गया है।