एमआईसी को लेकर उठने लगे विरोध के स्वर
असंतुष्ट पार्षद और पार्षद पति संगठन मंत्री से मिलने पहुंचे
रतलाम २३ अगस्त (इ खबरटुडे)। महापौर द्वारा गठित की गई नई एमआईसी को लेकर अब भाजपा में विरोध के स्वर मुखर होने लगे है।भाजपा के कुछ असंतुष्ट पार्षद और पार्षद पति एमआईसी में निर्दलीय और अन्य पार्टी के टीकिट से चुनाव जीतकर आए दो पार्षदों को सदस्य बनाने और पार्टी के वरिष्ट पार्षदों की अनदेखी करने पर गुरुवार को संगठन मंत्री से मिलकर अंसतोषजाहिर करने पहुंचे।हांलाकि इस मुलाकात को अधिकृत रुप से दोनों पक्ष नकार रहे है।
ज्ञातव्य है कि महापौर शैलेन्द्र डागा ने महापौर परिषद के कुछ सदस्यों की कार्यप्रणाली को लेकर उठे विवाद के बाद एमआईसी को भंग कर दिया था और सिर्फ पांच सदस्यी एमआईसी का गठन कर सभी को चौंका दिया था। एमआईसी में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के टिकीट से चुनाव जीतकर आए रामचंद्र मोरी को शामिल करना, और पूर्व गृहमंत्री एवं पार्टी के वरिष्ठनेता हिम्मत कोठारी गुट के किसी सदस्य को शामिल न करना किसी झटके से कम नही है।एमआईसी के इस रुप ने सभी को चौंका दिया था, और तभी से आशंका जताई जा रही थी कि इसको लेकर पार्टी में अंसतोषउभरेगा। लेकिन महापौर के एमआईसी की घोषणा के तत्काल बाद बाहर जाने से उस समय यह मामला ठंडा हो गया था।हालांकि बाद में शहर में जलप्रदाय की बिगड़ी व्यवस्था को देखते हुए महापौर ने कोठारी गुट के खास पवन सोमानी को आगामी आदेशतक पुन: जलकार्यसमिति का प्रभार सौंप कर असंतोष को कुछ दबाने की कोशीश जरुर की, लेकिन फिर भी पार्टी के अन्य पार्षद नई एमआईसी से खुश नहीं है।
संगठन मंत्री से मिलने पहुंचे
गुरुवार दोपहर को भाजपा के कुछ पार्षद और पार्षद पति नगर निगम में एकत्रित हुए और वहां से विभाग संगठन मंत्री ब्रजेश चौरसिया से मिलने पहुंचे।सूत्र बताते है कि पार्षद दल मनसुखलाल माली के नेतृत्व में संगठन मंत्री से मिलने पहुंचे। अंसतुष्ट पार्षदों का कहना था कि एमआईसी के गठन में पार्टी के वरिष्ठ पार्षदों की अनदेखी की गई है और निर्दलिय और अन्य पार्टी के टिकीट से चुनाव जीतकर आए दो पार्षदों को शामिल किया गया है, जो सही नहीं है।पार्षदों का कहना था कि जिस तरह एमआईसी को एकदम से भंग किया गया और नई एमआईसी का गठन किया गया है। उसे लेकर पार्टी के पार्षदों में असंतोषहै, और इस तरह के निर्णयों से पार्टी को ही नुकसान होगा।हालंकि विभाग संगठन मंत्री और शिकयत करने पहुंचे पार्षद इस तरह की मुलाकात की बात से इंकार कर रहे है।इधर पार्टी में चर्चा है कि एमआईसी को लेकर चल रहा यह असंतोष आगामी दिनों में नगर निगम और शहर की राजनिती में नए समीकरण पैदा कर सकता है।
इनका कहना है
मैं संगठन मंत्री से मिलने जरुर गया था, लेकिन कोई शिकायत करने नहीें बल्की किसी अन्य कार्य से गया था. मेरे वार्ड में पार्टी की बठक होना है, उस सबंध में चर्चा करने के लिए मुझे बुलाया था।
मनसुखलाल माली, भाजपा पार्षद
मुझसे मिलने कुछ पार्षद आए जरुर थे, लेकिन मैं मिल नहीं पाया। भाजयुमों की यात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम में होने के कारण मुझे देर हो गई थी।वे नुझसे किस मामले में मिलने आए थे, यह मैं नहीं जाानता हूं।
ब्रजेश चौरसिया, विभाग संगठन मंत्री, भाजपा